Sunday, July 15, 2007

बडे भाई को नमस्कार आप के अनुरोध पर यह ब्लोग लिख रहा हूँ । आप की कविताएँ बहुत रोचक है किन्तु उनमे एक प्रवाह की कमी दिखाई देंती है कुछ लाएने तो बहुत अच्ही बन पढ़ती है
पर समग्रता में बिखारापन नजर आता है । हां एक बात ओर लगती है कंही कंही शब्दो का चयन
कविता की गति को तोढ़ता है एवम बिखराव पैदा करता है । आशा है मेरी सलाह ?

Tuesday, July 10, 2007

this is my first comment here just enjoy the life
but let other to be enjoyed